Reservation In India - भारत में आरक्षण को लेकर हमेश ही राजनीति होती रही है, केंद्र की मोदी सरकार ने लोकसभा चुनाव 2019 से कुछ महीने पहले ही सामान्य वर्ग के गरीबों को सरकारी नौकरी और शिक्षा में 10 फीसदी आरक्षण (Reservation For General Category) दे दिया और आरक्षण विधेयक (Reservation Bill) को लोकसभा में भी पास करवा लिया था। कई लोग आरक्षण का विरोध करते हैं। ऐसे में आपको पता होना चाहिए कि आरक्षण क्या है (What Is The Reservation), आरक्षण की आवश्यकता क्या है (Need For Reservation), आरक्षण की वर्तमान स्थिति कैसी है (Current Status Of Reservation) और क्यों आरक्षण का विरोध (Resistance Reservation) होता रहा है।
आरक्षण क्या है - What Is The Reservation
लोगों के दो मत है कुछ कहते हैं कि आरक्षण गलत है तो कुछ कहते है की यह सही है। मैं यह नहीं जानना चाहता कि भारत के किस सविधान में यह लिखा हुआ है कि आरक्षण जाति के आधार पर बटा है। आरक्षण को समझने के लिए हमें पहले इसकी मूल धारणा को समझना होगा। जब हम अलग अलग लोगों से इसकी राय के बारे में पता करेंगे तो हमें इसका मतलब भी अलग अलग ही प्राप्त होगा। कोई आपको यह कहता हुआ मिल जायेगा कि यह बाबा साहेब लिख कर गये थे उसके खिलाफ है तो कोई यह कहता हुआ मिल जायेगा कि इसकी मूल धारणा संविधान के खिलाफ है।
वैसे देखा जाये तो आरक्षण के मूल धारणा को कोई समझना ही नहीं चाहता है। Indian Reservation के मुद्दे को समझने की कोशिश करने पर पता चलता है कि इसका कुछ हद तक जातिगत आरक्षण के आधार पर जुड़ा हुआ है। आखिर ऐसा क्यों? संविधान के अनुसार इसे जानने की कोशिश करेंगे तो हमें पता लग जायेगा कि जिस समय यह सविंधान में रखा गया होगा उस समय इसकी मांग अवश्य रही होगी तभी बाबा साहेब ने इसको रखा होगा। कोई भी व्यक्ति इस बात को नजरअंदाज नहीं कर सकता लेकिन आरक्षण होना चाहिए या नहीं यह एक अलग मुद्दा है। आज आमलोगों की राय हमेशा जातिगत आरक्षण पर आ कर टीक गई है।